Sunday, November 4, 2007

सच्चाई

चढ़ते सूरज को सब जल देंगे,
ढलेगा तो मुड़ कर चल देंगे........

6 comments:

परमजीत सिहँ बाली said...

कम शब्दों मे बड़ी बात कही है।

manglam said...

क्या बात कही है, बात यदि दूर तलक जाए तो काव्यप्रेमी तृप्त हो सकेंगे। साहित्य की भूख जगाने के लिए शुक्रिया.....

राजीव जैन said...

जबरदस्‍त

धांसू

दो लाइन में इतना कुछ कह दिया कि उसके विश्‍लेषण में दो किताबें लिखी जा सकती हैं

आजकल खूब दूर दूर की सोच रही हैं

Udan Tashtari said...

धांसू...आराम रहता है पढने में..सही है.

मीनाक्षी said...

पहली बार आपके ब्लॉग पर आना हुआ... सच है आपने तो गागर मे सागर भर दिया. आपके माता-पिता की तस्वीर देखकर बहुत अच्छा लगा . नतमस्तक हो उन्हे प्रणाम !

Sanjeet Tripathi said...

क्या बात है!!
बहुत बढ़िया!!

इस बार के रायपुर प्रवास ने आपको ऐसा क्या सिखा दिया जो आपने इतना धांसू लिख डाला!!

तो युवक कांग्रेस मे 35 साल वाले मुद्दे पर कुछ तय होगा या फ़िर वही चलता रहेगा कि 35 से ज्यादा वाले ही युवा कांग्रेसी कहलाते और पद पे कब्जा जमाते रहेंगे!