Wednesday, May 9, 2007

युवाओं के नाम संदेश


किसी ने सच ही कहा है कि 'युवा शक्ति क्या नही कर सकती , युवाओं ने विश्व में अनेक क्रान्तियां की है।' दोस्तो विश्व मे विभिन्न देशों के बदलाव मे , उनके विकास मे , युवाओं का ही हाथ रहा है। हमे दुसरे देशों का इतिहास देखने की क्या आवश्यकता है, हमारा अपना इतिहास युवाओं के संघर्ष ओर कुर्बानियों से भरा हुआ है। चापेकर बंधु, खुदिरम बोस, भगत सिंह, अशफाक उल्हा खान, चंद्रशेखर आजाद आदि युवाओं कि क़ुरबानी ओर बाल-लाल- पाल, जवाहर लाल नेहरू , सरदार पटेल, सुभाष चंदर बोस, मौलाना आजाद जैसे युवाओं के संघर्ष का ही परिणाम है कि भारत एक संपूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न गणराज्य है ओर हम सभी आजादी कि खुली हवा मे सांस ले प रहे है। परंतु दोस्तो, दुर्भाग्य से देश का महौल चिंताजनक हो रहा है। विघटनकारी शक्तियां जाती, धर्म या छेत्र के नाम पर इस देश कि एकता व अखंडता पर बार बार प्रहार कर इसे त्रस्त भ्रष्ट व नष्ट कराने पर तुली है। आज के हालत पे किसी शायर का ये कथन सटीक सिद्ध प्रतीत होता है-

"सच तो लुट गया है झूट बाक़ी है-
शबनम कि जगह तपन बाक़ी है,
आज आंखें हैरत मे है परेशां-
इन्सान लापता है कफ़न बाक़ी है"

दोस्तो आज समय आ गया है कि हम अपने आप से पूछें कि ऐसा क्यों होता है कि आजादी के इतने सालों बाद एक प्रदेश दुसरे प्रदेश को बिजली व पानी देने से मना कर देता है? ऐसा क्यों होता है कि एक राज्य से दुसरे राज्य मे जाते ही हम अपने ही देश मे परदेसी महसूस करते है? ऐसा क्यों होता है कि एक इन्सान दुसरे इन्सान की जान लेने मे इस लिए नही हिचकिचाता कि सामने वाला दुसरी जाती या धरम या छेत्र से है? हमे अपने आप से ये भी पूछना है कि क्या भगत सिंह सिर्फ सिखों या पंजाब की आजादी के लिए फंसी के फंदे पे झूले थे? क्या अशफाक उल्हा खान की शहादत ओर मौलाना आजाद का संघर्ष सिर्फ मुसलमानो या उत्तर प्रदेश के लिए था? जवाहर लाल नेहरू ने अपने सारी जवानी जेल में संघर्ष करते हुये गुजारी तो क्या सिर्फ पंडितों के लिए? सुभास चंदर बोस ने आजाद हिंद फौज का निर्माण क्या सिर्फ कायस्थों या बंगालियों की आजादी के लिए किया था? नहीं वो लड़े थे अटक से लेकर कटक तक ओर कश्मीर से लेके कन्यान्कुमारी तक रहने वाले हर भारतवासी के लिए।

दोस्तो आज हमारे पास दो ही रास्ते है या तो हम इन विघटनकारी ताकतों के रस्ते पर चल के अपने देश को खंडित होने दे या हम अपने देश को ऐसा बनायें जिसका सपना देखते हुये तिलक, गोखले, गाँधी, नेहरू, सुभाष, मौलाना, पटेल आदि ने सारा जीवन संघर्ष करते हुये गुजार दिया ओर जिसका सपना देखते हुये भगत सिंह , चंद्र शेखर आजाद , अशफाक ने जान तक कुरबान कर दी। बहुत पहले एक कवि इकबाल हुये थे। जिन्होंने एक बहुत सुन्दर गीत लिखा था 'सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तान हमारा '। यदि हम चाहते है कि भविष्य मे इस गीत को गुनगुनाते वक्त हमारी आंखें शर्म से ना झुके , यदि हम चाहते है कि इस गीत को गुनगुनाते वक्त हमारे दिल मे कोई मलाल ना हो, यदि हम चाहते है कि इस गीत को गुनगुनाते वक्त हम हमारी भावी पीडी को जवाब देने मे असमर्थ ना हो जाएँ , तो हमे वाही देश बनाना होगा, जिसका सपना हमारे शहीदों ने देखा था। ताकी हम भविष्य मे पुरे आन् बान ओर शान से गुनगुना सके 'सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा'।

दोस्तो अब वक्त आ गया है हम सब मिलाकर इन विघटनकारी शक्तियों का जवाब दें। उन्हें बता दे कि इस देश का यूवा उन्हें जाती, धरम या चेत्र के नाम पर देश को तोड़ने की इजाजत कदापि नही देगा। इस संघर्ष मे हमे पसीना तो क्या ख़ून भी बहाना पडे तो हिचाकिचाना नही है। इस देश का भविष्य हमारे हाथों मे है ओर उसे हमे उज्जवल बनाना है। यही हमारा संकल्प होना चाहिऐ। किसी शायर ने ठीक ही कहा है-

"अब हवाएं ही करेगी रोशनी का फैसला -
जिस दिए मे जान होगी वो दिया जलाता रहेगा"

ओर हमे बता देना है कि हमारे जोश व संकल्प रूपी दिए को बडे से बड़ा तूफ़ान नही बुझा सकता। तो आओ दोस्तो हम सभी मिलके आज ये संकल्प ले कि राष्ट्रिय हित मे हम बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने मे नही हिचकिचाएंगे ओर इस देश को एक ऐसा देश बनायेंगे जिस पर हमे ही नही वरन पुरे विश्व को नाज हो।किसी ने युवाओं के लिए ही कहा है-

"जब हम मचलते है तो तूफ़ान मचलते है-
जब हम उबलते है तो भूचाल उबलते है,
हमे बदलने कि कोशिश ना करना-
हम बदलते है तो इतिहास बदलते है "

तो आओ हम अपने को इस क़दर बदले कि आने वाले समय मे जब वर्त्तमान का इतिहास लिखा जाये तो हम उस पे गर्व कर सकें।

9 comments:

Anonymous said...

I have no words for appreciate your thinking. I think all most all the people know this but no solution.
Kahten hain ki dard jab had se guzar jata hai to dawa ho jata hai. Jativad/Kshetravad bhi aisi hi bimari hai. Iska koi ilaz nahin, Had se gujarne ka intejar Karne ke siva.

Subodh Haritwal said...

hi chayanika ji,
im realy impressed by ur words which u wrote in ur article "yuvaon k naam sandesh" aapne sahi mayene me yuva shakti ki paribhasha di hai. it feels good to have a person like u as my frnd.wishing u to write more useful articles in this field.....
best wishes:
Subodh Haritwal

Amit Tiwari अमित तिवारी said...

Youth, by no means, can be linked with age. An old man with a stick in his hand, Mahatma, was as young as anyone, for a simple reason that youth is not age-defined but it is the state of mind. One who is eager to learn new things & act according to them is youth.
In every country, as you mentioned, revolution was led by youth. This is true in every sense, witnessing the immoral acts & not opposing it is not youthfulness.
Regionalism & casteism is newer cancer for this country. This is also true that this disease can only be cured by youths.
Overall, a good read & well expressed. My compliments. Keep writing.
Regards

Dr. Naveen Khatak said...

hi chayanika ji...
whatever you have written in that is true...it ios happening in india.I can say that You have given a correct defination or YOUTH.Youth is tomarrows future..Now its time to recognise our strength and something which helps our country to shine in the world...we have to do everything honestly in favour of people and society..you are doing a good job in that direction we all support u.keep doing... byee...

Unknown said...

This is thought provoking very well-written article. A solution to all problems. Thanks

Anonymous said...

maam,great article, mobilise more yuva towards party--jai congress

Anonymous said...

HELLO MAM GOOD MORNING AAP SCH ME YUVAO KE LIYE PRERNA HAI

Alexander said...

I invite you to take part in a Contest for Image Makers. Look for details- my blog or read "An Ordinary Black Cat" from www.catyourway.com and then produce an image (picture, drawing, or a photograph) of a ghost of a black cat and send it to arimsky@catyourway.com. Hurry up if you want to take part!

Sonu said...

Dear di,

really sensational and compell to think abt or nice and beutiful country and also provoke thoughts that what are we doing for our country.

Thank you very much for giving inspiration and Now I fill proud that someone is from Sujangarh who is future shining star.