Tuesday, January 8, 2008

नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं

यह उन्नत आकाश
हमारे यश की व्यापक परिधि बने।
तेज हमारा देवों से भी
उत्तम हो अत्युत्तम हो॥(ऋग्वेद ७\३२)

2 comments:

Sanjeet Tripathi said...

नया साल आपको पहले से बेहतर ऊंचाईयां दे जाए!
नव वर्ष की शुभकामनाएं।

ह्म्म, राजनीति में इतनी व्यस्त हैं आप कि लेखन के लिए समय कम! समय निकालिए और लेखन जारी रखिए!!

ghughutibasuti said...

आपको भी नए साल की शुभकामनाएँ ।
घुघूती बासूती